उत्तर प्रदेश – केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रेणुका कुमार (IAS Renuka Kumar ) 1987 बैच की आईएएस ने यूपी वापसी के बजाय वीआरएस की दरख्वास्त लगा कर ब्यूरोक्रेसी में हलचल पैदा कर दी है। 28 जुलाई को ही केंद्र से उनको यूपी वापस किये जाने का फैसला हुआ था। यूपी की ब्यूरोक्रेसी में उनकी नई तैनाती को लेकर कयासबाजी का दौर चल रहा था कि सोमवार को उनके वीआरएस(Voluntary Retirement Scheme) लेने की खबर आ गई। महज एक सप्ताह में यूपी कैडर के तीन आईएएस अफसर वीआरएस के लिए आवेदन कर चुके हैं।
एक हफ्ते के भीतर तीन आईएएस अफसरों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। इसमें दो अफसर ऐसे हैं, जो केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात है और दोनों सचिव रैंक के अधिकारी है। रेणुका के अलावा 1988 बैच की आईएएस अफसर जूथिका पाटणकर भी केन्द्रीय सूचना आयोग में सचिव पद पर तैनात थी। दोनों महिला अफसरों ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए वीआरएस अप्लाई किया है। इसके अलावा 2003 बैच के आईएएस अफसर विकास गोठलवाल ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए वीआरएस अप्लाई किया है। विकास गोठलवाल स्टडी लीव पर हैं।