ताजातरीन शो ‘मैं हूं अपराजिता’ में श्वेता तिवारी ने इस शो की व्यस्तता के बीच उन्होंने पढ़ने के शौकीन लोगों के लिए अपने कुछ सुझाव शेयर किए हैं। श्वेता हमेशा से पढ़ने की शौकीन रही हैं और जहां एक्टर्स के लिए अपने बिज़ी शेड्यूल के चलते अपनी हॉबीज़ के लिए वक्त निकालना मुश्किल होता है, वहीं श्वेता अपने सबसे पसंदीदा शौक यानी किताबों के लिए थोड़ा समय निकाल लेती हैं। उन्हें फिक्शन के बजाय रियल लाइफ प्रेरणादायक कहानियां पढ़ना पसंद है। असल में उन्हें किताबें पढ़ने का इस कदर शौक है कि वो सेट पर भी शाॅट्स के बीच में भी किताबें पढ़ती नजर आ जाती हैं।
श्वेता बताती हैं, ‘‘मुझे अपने खाली वक्त में किताबे पढ़ने में बहुत मजा आता है। चाहे कितना भी व्यस्त शूट शेड्यूल क्यों ना हो, एक दिलचस्प नॉवेल पढ़कर मैं खुश और बेफिक्र महसूस करती हूं। बचपन में मुझे नॉवेल पढ़ना बहुत पसंद था और मेरा मानना है कि किताबों के लिए मेरा प्यार मैंने अपनी मां से पाया है। मेरा किताबों का कलेक्शन बचपन से ही बढ़ता जा रहा है और उनसे मुझे वाकई बहुत खुशी मिलती है। मैं नहीं जानती कि मेरे पास कितनी किताबें हैं, लेकिन इतनी जरूर हैं कि मुझे बुकशेल्फ के लिए जगह बनाने के लिए अपना घर को रीडिज़ाइन करना पड़ा है।‘‘
वो आगे बताती हैं, ‘‘मुझे भारतीय और यूरोपीय इतिहास के बारे में पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। यदि आप मुझसे अपनी पसंदीदा किताबों के बारे में पूछेंगे तो मुझे पाउलो कोएल्हो की ‘द अलकेमिस्ट‘, युवाल नोआह हरारी की ‘सेपियन्स‘, अमिश त्रिपाठी की ‘द इम्मोर्टल्स ऑफ़ मेलुहा‘ और कई अन्य किताबें पसंद हैं। मुझे क्रिस्टिन हन्नाह और काल्लीन हूवर के लिखे नॉवेलस पढ़ना भी बहुत अच्छा लगता है।’’